Haryana Weather Alert: हरियाणा के कई जिलों में भीषण गर्मी, मौसम विभाग ने बारिश को लेकर जारी किया ये अलर्ट
Haryana Weather Alert: उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में मई के दौरान और जून की शुरुआत में लू की स्थिति होना सामान्य है। पश्चिम राजस्थान के शुष्क क्षेत्र, पंजाब के सीमावर्ती क्षेत्र और राजस्थान के साथ हरियाणा के निकटवर्ती हिस्से अगले एक सप्ताह में 47 डिग्री सेल्सियस से अधिक तापमान की ओर बढ़ रहे हैं। इन राज्यों में भीषण गर्मी एक सप्ताह से ज्यादा समय तक बनी रहेगी।
बन सकता है पहला तूफान: उत्तरी पहाड़ों पर कोई सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ नहीं बढ़ रहा है। जो भी प्रणालियाँ पहाड़ों से गुजरती हैं, वे कमजोर और उथली होती हैं। यहां तक कि पहाड़ों पर भी कोई खास मौसमी गतिविधि नहीं हो रही है।
इसके अलावा, बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक शक्तिशाली प्री-मॉनसून सिस्टम बन रहा है। जो इस सीजन का पहला तूफान भी बन सकता है। बंगाल की खाड़ी पर बन रही मौसम प्रणाली पहले से मौजूद ऊर्जा को सोख लेती हैं और हवा इन मौसम प्रणालियों की तरफ बहने लगती है। जिसके कारण शुष्क मौसम लंबे समय तक चलने की संभावना है, जो इस महीने के आखिर तक भी बढ़ सकता है।
सिरसा में सबसे अधिक तापमान: पश्चिमी राजस्थान में तापमान 45°-47°C के बीच दर्ज किया गया है। जिसमें बाड़मेर में 46°C, चुरू में 46.8°C, जैसलमेर में 45.7°C तापमान दर्ज हुआ है।
वहीं, पड़ोसी राज्य पंजाब और हरियाणा भी बेहतर स्थिति में नहीं हैं। क्योंकि, पूरे देश में सबसे अधिक तापमान सिरसा में 47.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। नारनौल, हिसार, बठिंडा में भी तापमान 46 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच गया है।
इन क्षेत्रों में खतरा: गर्मी बढ़ने के साथ राजस्थान, हरियाणा और पंजाब के बड़े हिस्सों में पारे का स्तर 47°-48°C तक पहुंच सकता है। भीषण गर्मी से खतरे वाले स्थानों में बठिंडा, फिरोजपुर, फाजिल्का, मुक्तसर, सिरसा, फतेहाबाद, भिवानी, नारनौल, चूरू, बाड़मेर, जैसलमेर, फलौदी, बीकानेर, गंगानगर, सूरतगढ़, हनुमानगढ़, अनूपगढ़, पिलानी शामिल हैं। हीट बेल्ट राजस्थान, हरियाणा और पंजाब के पूर्वी हिस्सों को भी कवर करने के लिए आगे बढ़ सकती है।
गर्मी का सबसे लंबा दौर: फिलहाल, मई महीने के आखिर तक कोई भीषण गर्मी में कोई कमी आने की संभावना नहीं है। कई दिनों तक बड़े क्षेत्रों में तापमान 45°C से अधिक बना रहेगा। मौजूदा गर्मी का दौर हाल के समय की सबसे लंबी अवधि के रूप में दर्ज किया जा सकता है। वहीं, प्रचंड गर्मी आगे चलकर उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों तक भी पहुंच सकती है।