हरियाणा में विधानसभा को भंग करने की मांग, राज्यपाल से मिला कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल

 

हरियाणा में नायब सैनी सरकार को गिराने के लिए कांग्रेस ने प्रयास तेज कर दिये हैं। अब कांग्रेस ने सदन में वोटिंग की बजाय विधानसभा भंग करने की मांग कर दी है। आज पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा अपने विधायकों संग राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय से मुलाकात की।

उन्होंने राज्यपाल से मांग की कि राज्य सरकार के पास बहुमत नहीं है। इसलिए सरकार को बर्खास्त कर देना चाहिए।

उन्होंने यह भी कहा कि वह फ्लोर टेस्ट की मांग इसलिए नहीं करना चाहते हैं कि क्योंकि राज्य में हॉर्स ट्रेडिंग का खतरा है। इससे राज्य की बदनामी होगी। इसलिए विधानसभा को भंग कर देना चाहिए। उल्लेखनीय है कि भाजपा के खुद के 41 विधायक हैं। इसमें एक निर्दलीय और हलोपा के एक सदस्य का समर्थन प्राप्त है। बहुमत के लिए 44 का आंकड़ा चाहिए।

राज्यपाल के पास से लौटने के बाद उन्होंने प्रेस वार्ता की, जिसमें उन्होंने किरण चौधरी के इस्तीफे पर कुमारी सैलजा के बयान पर कहा कि टिकटों का बंटवारा कांग्रेस हाईकमान करता है। यदि किसी के साथ इंसाफ नहीं हुआ है तो उसे हाईकमान के सामने अपनी बात रखनी चाहिए।

साथ ही उन्होंने कहा कि राज्यसभा के चुनाव के लिए उनके पास नंबर नहीं है। यदि कोई दल 13 विधायकों के समर्थन का दावा करता है तो कांग्रेस उसे समर्थन देने के बारे में सोच सकती है।