हरियाणा के पूर्व विधायकों ने विधानसभा स्पीकर को सौंपा मांग पत्र, बराबर भत्ता और सुरक्षा की करी मांग 

हरियाणा में विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक पार्टियां तैयारियों में जुट गई है। 
 

हरियाणा में विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक पार्टियां तैयारियों में जुट गई है। जहां सरकार हर वर्ग के लिए कई योजनाओं की शुरुआत कर रही है। वहीं विपक्ष रह चुके हरियाणा के पूर्व विधायक अपनी मांगों को पूरा करने के लिए एकजुट हो गए है। पूर्व विधायकों ने एक एसोसिएशन का गठन करके इस बाबत पूर्व सीएम मनोहर लाल, सीएम नायब सैनी और विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता से मुलाकात की।

पूर्व विधायको ने कहा कि सरकार को जल्द से जल्द उनकी मांगों को पूरा कर उसका श्रेय लेना चाहिए। विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता से मिलने पहुंचे पूर्व विधायक एसोसिएशन के सदस्यों ने मांग की है कि उनको चिकित्सा सुविधा में परिवार सहित 20 हजार रूपए आउटडोर इलाज के लिए प्रतिमाह दिया जाए और इनडोर इलाज कैशलैस कार्ड से करवाने की सुविधा दी जाए जो पहले से ही सभी कर्मचारियों और पेंशनभोगियों को दी हुई है।

 पूर्व विधायक एसोसिएशन ने मांग की है कि 60 वर्ष उम्र के बाद बैंक की ओर से 20 लाख रूपए लोन कार और मकान मुरम्मत के लिए विधानसभा से दिया जाए और हमारी पेंशन से इसकी रिकवरी कर ली जाए,जो कि बाकी राज्यों में दिया जा रहा है। वहीं यात्रा भत्ता 10 हजार रूपए से बढाकर 25 हजार रूपए महीने की मांग की गई है। वहीं पूर्व विधायक एसोसिएशन को भी सोसायटी के लिए भू-खण्ड की मांग भी रखी है। 

बता दें कि पूर्व विधायक एसोसिएशन साल 2019 में विधानसभा चुनाव से पहले अपनी मूलभूत समस्याओं को लेकर विधानसभा में स्पीकर से मिले थे। उस समय तीन चार मांगों पर सैद्धांतिक सहमति कर अगली सरकार बनने पर इन्हें पास करने की हामी भी थी।

पूर्व विधायक रामबीर सिंह ने कहा कि हरियाणा सरकार ने आईएएस, सरकारी कर्मचारी और पेंशनधारकों कोकैश लैस इलाज के लिए कार्ड बनवाने की सुविधा दी हुई है। पूर्व विधायक भी एक पेंशनधारक व्यक्ति है। इसलिए उसे भी इस सुविधा का लाभ लेना चाहिए। 

इसी प्रकार से पूर्व विधायक रामपाल कुंडू ने कहा कि वह लोग 2 साल से अपनी मांगों को पूरा करवाने के लिए भटक रहे हैं। पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने उन्हें ग्रुप हाउसिंग सोसाइटी से प्लाट देने की बात कही थी, जिसके लिए उन्हें एसोसिएशन बनाने को कहा गया था। 

पूर्व मंत्री बिजेंद्र कादियान ने कहा कि उनका काम सीटिंग विधायक से भी अधिक होता है। आज जब हरव्यक्ति को सुरक्षा दी जा रही है। वहीं, पूर्व विधायक की सुरक्षा की ओर कोई ध्याननहीं दिया जा रहा। जेजेपी के नेता जो ना तो विधायक है और ना ही किसी और पद पर है,उन्हें भी सुरक्षा दी गई है। इसलिए पूर्व विधायक की सुरक्षा को भी ध्यान में रखा जाना चाहिए। 
उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से सीटिंग विधायक के पीएम के रूप में एक स्टाफ दिया जाता है।


 इसलिए पूर्व विधायक को भी एक स्टाफ दिया जाना चाहिए या फिर सरकार की ओर से उसका भुगतान किया जाए, जिससे वह खुद किसी व्यक्ति की नियुक्ति कर सके। कादियान ने कहा कि मौजूदा विधायक को ट्रैवलिंग भत्ते के रूप में सालाना 3 लाख रुपए दिए जाते है, जबकि पूर्व विधायक को एक लाख 20 हजार रुपए ही दिए जाते है। इस भेदभाव को भी खत्म कर दोनों को बराबर का भत्ता दिया जाना चाहिए। 

पूर्व विधायक जसबीर सिंह मलौर ने कहा कि पूर्व विधायकों को 60 साल से अधिक उम्र होने पर बैंक कीओर से कोई भी लोन नहीं दिया जाता। इसलिए विधानसभा अध्यक्ष को चाहिए की वह पूर्वविधायकों को भी 20 लाख रुपए तक का लोन मौजूदा विधायकों की तर्ज पर दे, जिससे वह अपना वाहन या मकान आदि पर खर्च कर सके।