हरियाणा में रैपिड रेल के लिए दोबारा होगा फिजिबिलिटी सर्वे, यहां स्टेशन बनाने तय
हरियाणा के करनाल में रैपिड मेट्रो लेकर केंद्र सरकार दोबारा फिजिबिलिटी सर्वे कराएगी। इसमें यह आकलन किया जाएगा कि सफर करने वाले यात्रियों का लोड कितना रहेगा। अगले 6 महीने में इस सर्वे की प्रक्रिया शुरु हो जाएगा। इसके बाद ही ये फैसला होगा कि रैपिड रेल करनाल तक या पानीपत तक रहेगी।
करनाल पहुंचे केंद्रीय मंत्री मंनोहर लाल ने कहा जब मैं सीएम था तो उस समय करनाल तक के लिए मेट्रो प्रोजेक्ट लगाया हुआ है। अब उसकी फिजिबिलिटी दोबारा करवाई जाएगी।
लोड का आकलन नहीं होगा तो कल को जब ट्रेन चलती है तो उतना पैसेंजर लोड भी होना चाहिए, जितनी क्षमता के लिए रेल चलाई गई है। यदि ऐसा नहीं होता है तो नुकसान होता है। एक बार प्रोजेक्ट के बारे में जानकारी ली जाएगी, अगर सर्वे नहीं हुआ होगा, तो साल या छह महीने बाद फिर से फिजिबिलिटी जांच दोबारा करवाई जाएगी।
2021 में हुई थी ड्रोन मैपिंग
साल 2020 में करनाल तक रैपिड रेल के प्रोजेक्ट का ऐलान हुआ था और इसे मंजूरी भी मिल चुकी थी। इसके बाद 2021 में ड्रोन मैपिंग के जरिए करनाल तक का रूट तय करते हुए चिह्निति किया गया, यहां एलिवेटेड ट्रेक के लिए पिलर, स्टेशन और डिपो बनाए जा सकते हैं। इस दौरान लैंड टेस्टिंग का कार्य भी शुरू हुआ था। उस समय बताया गया था कि करनाल जिले में तीन स्टेशन बनाए जाएंगे।
जिले में यहां स्टेशन बनाने तय
प्रोजेक्ट में दिल्ली से लेकर करनाल तक 17 स्टेशन बनाए जाने की योजना थी। करनाल जिले में तीन स्टेशन होंगे। अंतिम स्टेशन बलड़ी के नजदीक बनाया जाएगा। इससे पहले एक स्टेशन घरौंडा और दूसरा ऊंचा समाना के नजदीक निर्धारित किया गया था। इसके अलावा रेल लाइन कहां-कहां से निकलती हुई अंतिम स्टेशन तक पहुंचेगी। इसके लिए ड्रोन मैपिंग में जगह तय की गई थी।