ऐलनाबाद उपचुनाव- चुनाव आयोग ने केंद्र से मांगी 30 कंपनियां, चप्पे चप्पे पर होगी सुरक्षा

 

ऐलनाबाद विधानसभा उप चुनाव को लेकर सुरक्षा के कड़े प्रबंध होंगे। चुनाव आयोग ने केंद्र से सुरक्षा व्यवस्था को लेकर आरपीएफ की 30 कंपनियों की मांग की है।

ऐलनाबाद उपचुनाव के घोषित होने के बाद से हलके में भाजपा का विरोध तेज होता जा रहा है। नए-नए भाजपाई बने गोबिंद कांडा व अन्य नेता लगातार किसानों का विरोध झेल रहे हैं। शनिवार को भाजपा नेताओं को पार्टी कार्यालय के उद्घाटन के समय में भी किसानों के विरोध का सामना करना पड़ा, जिसे देखते हुए चुनाव आयोग ने केंद्र सरकार से जवानों की 30 कंपनियां मांगी हैं।

कांडा ने कहा कि इनेलो के पेड वर्कर विरोध कर रहे हैं, जबकि किसान तो खेतों में काम कर रहा है। सुरक्षा-व्यवस्था के लिए चुनाव आयोग हरियाणा ने केंद्र से आरएएफ की 30 कंपनियों की मांग की है। चुनाव आयोग ने मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के लिए 20 स्टार चुनाव प्रचारकों की अनुमति दी है, जबकि पंजीकृत व गैरमान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के लिए यह संख्या 10 है।

अबकी बार ऐलनाबाद विधानसभा उप चुनाव में 211 पोलिंग बूथ बनाए गए हैं, जबकि पहले 190 पोलिंग बूथ थे। महिलाओं के लिए सखी बूथ का निर्माण होगा। यही नहीं अबकी बार एक बूथ पर 1200 से अधिक वोटर नहीं होंगे।
विधानसभा क्षेत्र के तहत सभी गांवों में बनने वाले पोलिंग बूथ पर मॉस्क, सेनेटाइजर सहित कोविड से बचने के लिए सभी तरह के प्रबंध किए जा रहे हैं।

ऐलनाबाद उप-चुनाव में प्रचार के लिए समय-सीमा रात्रि 7 बजे तक निर्धारित की गई है। उसके बाद रात्रि 7 बजे से अगले दिन प्रात 10 बजे तक चुनाव प्रचार की अनुमति नहीं होगी। इस बार विधानसभा चुनाव के लिए चुनाव खर्च की सीमा 30.80 लाख रुपए निर्धारित की गई है।