ITI चौपटा में दीक्षांत समारोह आयोजित, 350 विद्यार्थियों को वितरित किए प्रमाण पत्र
Haryana News: राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान नाथूसरी चौपटा में दीक्षांत समारोह का आयोजन किया गया। समारोह में प्रत्येक ट्रेड के टॉपर विद्यार्थी को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया व 350 विद्यार्थियों को प्रमाण पत्र वितरित किए गए । कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि बिजली विभाग से एसडीओ वीरेंद्र कंबोज, आईटीआई के पूर्व प्रधानाचार्य व शिक्षाविद पाला राम कासनियां व समाजसेवी सुभाष बैनीवाल ने शिरकत की ।
सुप्रीडेंट नत्थुराम, वर्ग अनुदेशक सुभाष गुप्ता व रामकुमार ने आए हुए अतिथियों का स्वागत किया । कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया । संस्थान की छात्राओं ने सरस्वती वंदना की व स्वागत गीत गाए । यह जानकारी देते हुए वर्ग अनुदेशक मनमोहन सिंह ने बताया कि इस बार एक वर्षीय कोर्स में कोपा ट्रेड के छात्र गौतम महता ने पूरे संस्थान में टॉप किया है ।
वहीं दो वर्षीय कोर्स में इलेक्ट्रीशियन ट्रेड के छात्र योगेंद्र ने पहला स्थान हासिल किया । संस्थान के टॉपर सहित ट्रेड के टॉपर विद्यार्थियों प्रमिला, अनिल कुमार, शेर सिंह, कपिल कुमार, राकेश, राजेश कुमार, पवन कुमार, अनूप सिंह, रविंद्र, योगेश, जयप्रकाश, पृथ्वी सिंह, अभिषेक को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का संदेश देते हुए लड़कियों में संस्थान में टॉप करने पर कोपा ट्रेड की छात्रा सीता पुत्री दलीप सिंह को भी स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया । मुख्य अतिथि एसडीओ वीरेंद्र कंबोज ने सभी विद्यार्थियों को बधाई दी व उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
सुप्रीडेंट नत्थूराम व वर्ग अनुदेशकों ने आए हुए अतिथियों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। मंच संचालन की भूमिका अनुदेशक राजेश झुरिया, मुंशी राम व जितेंद्र ने की।
इस मौके पर वर्ग अनुदेशक अमनदीप, आशुलिपि हिंदी अनुदेशिका किरण बाला, अंजू देवी, शेरचंद, राजकुमार, सतपाल, जगदीश, सुभाष, राहुल, रमेश, अनूप, त्रिलोचन सहित स्टाफ सदस्य व विद्यार्थी मौजूद रहे। फ़ोटो । 1. संस्थान टॉपर गौतम महता को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित करते हुए मुख्य अतिथि व स्टाफ सदस्य ।
2. मुख्य अतिथि एसडीओ वीरेंद्र कंबोज को सम्मानित करते हुए स्टाफ सदस्य ।
3. दो वर्षीय कोर्स के टॉपर योगेंद्र को सम्मानित करते हुए ।
4. छात्रा को प्रमाण पत्र देते हुए आशुलिपि हिंदी अनुदेशिका किरण बाला व अन्य ।