अंतरिक्ष में भारत ने रचा इतिहास, चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचा Chandrayaan-3
आज चांद हमारे और नजदीक आ गया, आज चांद पर तिरंगा फहरा रहा है, जब भारत देश के चंद्रयान-3 ने चंद्रमा पर सफल लैंडिंग करके भारत की उपस्थिति चांद पर दर्ज कराई। चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचकर अंतरिक्ष में यह इतिहास रचने वाला भारत दुनिया का पहला देश बन गया है। खुशी और कामयाबी के इस महान अवसर पर हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने देशवासियों व प्रदेशवासियों सहित भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के वैज्ञानिकों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी और वैज्ञानिकों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त की।
आज जारी अपने संदेश में श्री मनोहर लाल ने कहा कि वैज्ञानिकों के कौशल, बुद्धिमता और साहस के बल पर ही हम इस ऊंची उपलब्धि को हासिल कर सके हैं। यह उपलब्धि हमारी ही नहीं अपितु समूचे मानव समुदाय की चांद पर एक और छलांग है। वैज्ञानिकों की मेहनत, समर्पण और मेधा की सराहना करता हूं और भविष्य के लिए शुभकामनाएं देता हूं।
मनोहर लाल ने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी का धन्यवाद किया और कहा कि प्रधानमंत्री ने हर पल वैज्ञानिकों का मनोबल बढ़ाया और उन्हें प्रोत्साहित व प्रेरित किया है और उन्हें विश्वास दिलाया कि इस मिशन मून में पूरा देश उनके साथ है। उन्होंने कहा कि हमारे वैज्ञानिकों की मेहनत के बल पर ही आज हम इस उपलब्धि को प्राप्त करने में सफल हुए हैं। यह सफलता हमारे लिए अंतरिक्ष विज्ञान में नये अवसर प्रदान करेगी।
उन्होंने कहा कि यह हर भारतीय के लिए गर्व का क्षण है, हमारा चंद्रयान-3 चंद्रमा पर उतरा है, इस महान पल का पूरे देशवासियों को इंतजार था। देश के साथ-साथ दुनिया की भी नजरें भारत के इस महत्वपूर्ण मिशन पर थी, जिसे पूरा कर भारत ने इतिहास रच दिया है। हर भारतीय के लिए आज का दिन इतिहास में सदैव स्मरणीय रहेगा, क्योंकि इस मिशन की सफलता के साथ ही भारत ने अंतरिक्ष में एक और बड़ी छलांग लगाई है। यह मिशन भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के प्रधानमंत्री के संकल्प को पूरा करने में मील का पत्थर साबित होगा।