Haryana Chirayu Yojana: हरियाणा के सीएम मनोहर लाल ने मानवाधिकार दिवस पर जरूरतमंद लोगों को दिया ये अधिकार, जानिए इस अधिकार का फायदा 

वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से चिरायु कार्ड वितरण कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि 21 नवंबर, 2022 को मानेसर से चिरायु हरियाणा योजना की शुरुआत की गई थी
 

Haryana Chirayu Yojana: मानवाधिकार दिवस (Human Rights Day) पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने चिरायु हरियाणा योजना (Haryana Chirayu Yojana) के अंतर्गत पात्र लाभार्थियों को चिरायु कार्ड वितरित किए। इस योजना के अंतर्गत आयुष्मान भारत योजना (Ayushman Bharat Yojana) की तर्ज पर पात्र लाभार्थियों को 5 लाख रुपये तक के मुफ्त इलाज की सुविधा प्रदान की जाएगी।

वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से चिरायु कार्ड वितरण कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि 21 नवंबर, 2022 को मानेसर से चिरायु हरियाणा योजना की शुरुआत की गई थी और महज एक माह से भी कम समय में 2000 से अधिक व्यक्तियों ने इस योजना का लाभ उठाया है। उन्होंने कहा कि आज लगभग 2000 स्थानों पर चिरायु कार्ड वितरण का कार्यक्रम किया जा रहा है, जिसमें लगभग 5 लाख परिवारों को यह कार्ड बांटे जाएंगे। उन्होंने कहा कि चिरायु हरियाणा योजना के अंतर्गत दिव्यांगजन भी कवर किए जाएंगे।

उन्होंने कहा कि 31 दिसंबर तक सभी 1.25 करोड़ पात्र लाभार्थियों को चिरायु कार्ड वितरित करने का लक्ष्य रखा गया है। आज भी 2 हजार स्थानों पर शिविर लगाकर कार्ड बांटे जा रहे हैं। इसी प्रकार आगे भी सभी गांवों और शहरों में शिविर लगाकर कार्ड बांटे जाएंगे। यह योजना पूरी तरह से कैशलेस, पेपरलेस, पारदर्शी, डिजिटल और आईटी संचालित है, जो पूरे हरियाणा में कुल 729 सार्वजनिक और सूचीबद्ध निजी अस्पतालों में पीएमजेएवाई दिशा-निर्देशों के अनुसार मुफ्त इलाज की सुविधा उपलब्ध करवाती है। उन्होंने कहा कि व्यक्ति को केवल अस्पताल में जाकर परिवार पहचान पत्र आईडी बतानी है और अपने इलाज की सुविधा प्राप्त करनी है।

अंत्योदय परिवारों के लिए शुरू की गई चिरायु हरियाणा योजना

मनोहर लाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार ने वर्ष 2018 में आयुष्मान भारत योजना की घोषणा की थी, जिसका उद्देश्य देश में जरूरतमंद व वंचितों को स्वास्थ्य सुविधाएं देना था। इस योजना के तहत पात्र लाभार्थियों की आय सीमा 1.20 लाख रुपये वार्षिक थी। हरियाणा में भी वर्ष 2011 के सामाजिक आर्थिक और जातिगत जनगणना (एसईसीसी) सूची के अनुसार केंद्र सरकार के मापदंडों के अनुसार लगभग 15.50 लाख परिवारों को चिन्हित किया गया, जिनमें से 9 लाख से अधिक परिवारों को आयुष्मान भारत योजना का लाभ मिल रहा था। 

लेकिन अधिक से अधिक गरीब परिवारों को आयुष्मान भारत योजना का लाभ मुहैया करवाने के उद्देश्य से राज्य सरकार ने बीपीएल परिवारों की वार्षिक आमदनी सीमा को 1.20 लाख रुपये से बढ़ाकर 1.80 लाख रुपये किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश में एसईसीसी सूची में शामिल परिवारों के अलावा ऐसे सभी अंत्योदय परिवारों, जिनकी वार्षिक आय 1.80 लाख रुपये तक है, उन्हें आयुष्मान भारत योजना का लाभ देने के लिए ही चिरायु हरियाणा योजना शुरू की गई है। चिरायु योजना में शामिल किए जाने वाले परिवारों का 5 लाख रुपये तक का इलाज का खर्च राज्य सरकार द्वारा वहन किया जाएगा।