UPSC EXAM: UPSC की तैयारी में मददगार साबित होंगे ऐसे कोर्सेज, फर्स्ट अटेंप्ट में क्रैक होगा एग्जाम

हर साल लाखों युवा आईएएस बनने का सपना देखते हैं लेकिन सिर्फ कुछ ही इस सपने को पूरा कर सफलता हासिल कर पाते हैं। 
 

UPSC EXAM: हर साल लाखों युवा आईएएस बनने का सपना देखते हैं लेकिन सिर्फ कुछ ही इस सपने को पूरा कर सफलता हासिल कर पाते हैं। अगर आप भी आईएएस बनने का सपना देख रहे हैं तो आपको यूपीएससी के सिलेब्स को ध्यान में रखना चाहिए। आज हम आपको ऐसे कोर्सेस के बारे में बताने जा रहे हैं जिससे आप पहले अटेंप्ट में ही यूपीएससी क्रैक कर सकेंगे।


ऐसे कोर्सेज जो UPSC की तैयारी में साबित होंगे मददगार:

1. पॉलिटिकल साइंस (Political Science): UPSC के सिलेबस में पॉलिटिकल साइंस का महत्वपूर्ण हिस्सा होता है, जैसे भारतीय संविधान, राजनीति, अंतर्राष्ट्रीय संबंध आदि. अगर आप पॉलिटिकल साइंस में ग्रेजुएशन करते हैं, तो आपको इन विषयों पर गहरी समझ होगी, जो परीक्षा में सहायक हो सकती है।

2. इतिहास (History): इतिहास UPSC के जनरल स्टडीज (GS) पेपर के लिए एक मेन सब्जेक्ट है। ग्रेजुएशन में इतिहास पढ़ने से इस विषय पर आपकी पकड़ मजबूत हो सकती है।

3. समाजशास्त्र (Sociology): समाजशास्त्र यूपीएससी का काफी लोकप्रिय ऑप्शनल सब्जेक्ट है, और यह UPSC की तैयारी के लिए भी काफी उपयोगी है। यह समाज की संरचना, सामाजिक समस्याओं, और सामाजिक आंदोलनों के बारे में समझ विकसित करने में मदद करता है।

4. अर्थशास्त्र (Economics): भारतीय अर्थव्यवस्था UPSC के लिए एक महत्वपूर्ण विषय है। अगर आप अर्थशास्त्र में ग्रेजुएशन करते हैं, तो आपको अर्थव्यवस्था से संबंधित मुद्दों को समझने में आसानी होगी.

5. पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन (Public Administration): यह एक और यूपीएससी का लोकप्रिय ऑप्शनल सब्जेक्ट है, जो UPSC के सिलेबस के साथ सीधे जुड़ा हुआ है। यह प्रशासनिक संरचना, नीतियों, और सरकार के कामकाज को समझने में मदद करता है।

6. भूगोल (Geography): भूगोल भी UPSC में एक प्रमुख विषय है, और इसमें ग्रेजुएशन करने से आपको इस विषय में गहरी समझ मिलेगी.

इन बातों का रखें खास ध्यान:

- रुचि और जुनून: आप जिस सब्जेक्ट में रुचि रखते हैं, उसमें ग्रेजुएशन करना सबसे अच्छा होगा. UPSC की तैयारी लंबी और कठिन होती है, इसलिए रुचि रखने वाले सब्जेक्ट को चुनना आपको पढ़ाई में लगे रहने में मदद करेगा.

- स्मार्ट स्ट्रेटजी: UPSC के सिलेबस के साथ मेल खाते सब्जेक्ट्स को चुनना, और ग्रेजुएशन के दौरान ही उन विषयों की गहराई से समझ बनाना फायदेमंद हो सकता है।

- टाइम मैनेजमेंट: ग्रेजुएशन के दौरान ही अगर आप UPSC की तैयारी शुरू कर देते हैं, तो आपको परीक्षा की तैयारी के लिए पर्याप्त समय मिल सकता है।