Success Story: किसान का बेटा बना एडिशनल सेशन जज, मुश्किलों से लड़कर हासिल की सफलता

कहतें है कि कोशिश करने वालों की हार नहीं होती। इस कहावत को सच कर दिखाया है।
 

Success Story: कहतें है कि कोशिश करने वालों की हार नहीं होती। इस कहावत को सच कर दिखाया है। किसान के बेटे भूपेंद्र सिंह ने। गुर्जर कन्या विद्या मंदिर देवधर के छात्र रहे भूपेंद्र सिंह को एडिशनल सेशन जज के पद पर नियुक्ति मिली है।

वह गांव इस्माइलपुर के निवासी हैं। गांव इस्माइलपुर निवासी भूपेंद्र सिंह की नियुक्ति एडिशनल सेशन जज के तौर पर हई है। उनकी प्रारंभिक शिक्षा गुर्जर कन्या विद्या मंदिर देवधर से हुई और दसवीं कक्षा जनता विद्या मंदिर जयधरी से की।

उन्होंने 12 वीं की परीक्षा सरस्वती विद्या मंदिर जगाधरी से प्राप्त की। किसान परिवार से जुड़े भूपेंद्र सिंह ने बीए, एलएलबी, एलएलएम व एचडी कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी से की। इसके बाद 2013 में वह एडीए के पद पर नियुक्ति हुए और 2020 में डीडीए के पद पर नियुक्ति मिली।

 अब 2024 में एडिशनल सेशन जज के पद पर नियुक्ति हुई है। भूपेंद्र सिंह की पत्नी प्रीति भी असिस्टेंट प्रोफेसर है। इनके पास दो बच्चे हैं, लड़की सरिता सातवीं कक्षा में पढ़ती है और बेटा उदयवीर दूसरी कक्षा में पढ़ता है।

भूपेंद्र सिंह का बड़ा भाई जितेंद्र गांव में खेतीबाड़ी करता है तथा छोटा भाई रविंद्र सिंह सिंचाई विभाग में एसडीओ के पद पर जगाधरी में तैनात हैं।