IFS Success Story : महज 22 की उम्र मे बिना कोचिंग के पहली बार में क्रेक की UPSC परीक्षा बनीं IFS अफसर, जाने इनके सफलता की कहानी

 
IFS Success Story : हिमाचल प्रदेश की मुस्कान जिंदल बचपन से ही सिविल सेवा अधिकारी बनना चाहती थीं। उनका अकादमिक इतिहास भी बहुत अच्छा रहा है। 12वीं क्लास 96 प्रतिशत मार्क्स से पास हुआ। बाद में पंजाब विश्वविद्यालय के एसडी कॉलेज, चंडीगढ़ से बीकॉम (ऑनर्स) किया। वह ग्रेजुएशन में भी सर्वश्रेष्ठ रहीं।

मुस्कान ने ग्रेजुएशन में ही यूपीएससी की तैयारी शुरू की थी। वह दुनिया से अपडेट रहने के लिए हर दिन अखबार पढ़ती थीं। वह भी ऑनलाइन सामग्री का इस्तेमाल करती थीं। UPSC एस्पिरेंट्स सोशल मीडिया से दूर रहते हैं। यूपीएससी की तैयारी में मुस्कान ने सोशल मीडिया और फोन का इस्तेमाल किया।

मुस्कान का कहना है कि सोशल मीडिया और फोन का उपयोग करते समय स्वयं को नियंत्रित करना चाहिए। हर समय अपना ध्यान न भटकने दें। ऐसा कर सकते हैं तो फोन और सोशल मीडिया तैयारी में काफी मदद मिलेगी।मुस्कान का कहना है कि UPSC की तैयारी में निरंतरता होनी चाहिए।

मुस्कान जिंदल ने यूपीएससी की तैयारी के दौरान हर सप्ताह पढ़ाई का लक्ष्य रखा। उनका कड़ाई से पालन हुआ। वह दिन में सात या आठ घंटे पढ़ाई करती थीं। वह काफी सोशल मीडिया एक्टिव हैं। इंस्टाग्राम पर उनके लगभग एक लाख फॉलोवर हैं। मुस्कान का मानना है कि परीक्षा से पहले काफी अभ्यास करना चाहिए। 

मुस्कान की यूपीएससी जर्नी में दिलचस्प बात यह रही कि उन्हें ग्रेजुएशन के बाद एक साल की छुट्टी लेनी पड़ी। वास्तव में, उस समय वे बहुत छोटे थे। जिससे वह यूपीएससी परीक्षा में बैठ नहीं सकती थीं। नहीं, तो वह 2019 की जगह 2018 में यूपीएससी परीक्षा देती। 2019 में मुस्कान ने यूपीएससी में 87वीं रैंक हासिल की थी।