रोहतक हत्याकांड -पुरुष साथी के पास जाने की बार बार जिद कर रहा मोनू, अपनों की हत्याओं का नहीं मलाल
 

 
 

हरियाणा के रोहतक में चार हत्याओं के आरोपी अभिषेक को अभी तक परिजनों की मौत का मलाल नहीं है। पुलिस ने अब मानसिक रुप से परेशान दिख रहे अभिषेक के लिए मनोवैज्ञानिक डॉक्टरों का भी सहारा लिया है।

बताया जा रहा है कि आरोपी को अपने परिजनों की मौत का मलाल नहीं है बल्कि बार बार अपने दोस्तों के पास जाने की बात बोल रहा है। वहीं पुलिस ने हत्या में प्रयोग की गई पिस्टल भी बरामद कर ली है।

पुलिस जांच में खुलासा हुआ है कि आरोपी जेंडर चेंज करवाने के लिए परिजनों से पांच लाख रुपये मांग रहा था। परिजनों ने अभिषेक को होंडा सिटी कार और महंगा मोबाइल दिलवाया हुआ था, वहीं दिल्ली में केबिन क्रू का कोर्स करवा रहे थे।

बताया जा रहा है कि अभिषेक अपने पुरुष मित्र के साथ रहना चाहता था, जिसके चलते वह जेंडर बदलाने की फिराक में था। वह जेंडर बदलकर अपने दोस्त से शादी करके विदेश जाना चाहता था, परिजनों को इस बात की भनक लगी तो उन्होंने उसे खूब डांटा भी था।

पांच दिन की रिमांड अवधि पर चल रहे आरोपी अभिषेक ने पुलिस से कहा है क उसे अपने परिजनों को मारने का कोई दुख नहीं है। वह बस इतना चाहता है कि उसे जिस जेल में भी रखा जाए उसके साथ उसका पुरुष मित्र साथ हो। मोनू बार-बार अपने मित्र के पास भेजने की बात कह रहा है। पुलिस ने यह सारे बयान अब कागजी कार्रवाई में शामिल कर लिए हैं।

उधर, डीएसपी हेड क्वार्टर गोरखपाल राणा के नेतृत्व में सीआईए वन और शिवाजी कॉलोनी थाना पुलिस ने आरोपी की निशानदेही पर आईजी कार्यालय के साथ नहर किनारे से शुक्रवार देर शाम वारदात में प्रयुक्त पिस्टल बरामद कर ली है।

मोनू की हालत देख पुलिस ने शुक्रवार को उसकी मानसिक जांच करवाई। डॉक्टरों के बोर्ड ने उसकी मानसिक चेकअप के अलावा अन्य जांच भी की। इसकी रिपोर्ट शनिवार तक पुलिस को मिल सकती है।

मोनू ने वारदात में संलिप्त लिवइन में रह रहे मित्र के अलावा दो और दोस्तों के नाम लिए हैं। हालंकि मामले में तीनों आरोपी फिलहाल फरार हैं, इन्हें पुलिस संभावित ठिकानों पर दबिश देकर पकड़ने की लगातार कोशिश कर रही है।

सोशल मीडिया पर मोनू ने मार्च में एक पोस्ट डाली थी। इसमें खुद की फोटो के साथ कैप्शन लिखा था कि यू आर नॉट गोना टेल मी हू आई एम, आई एम गोना टेल यू, हू आई एम। मोनू की पोस्ट इन दिनों रोहतक में काफी ट्रोल हो रही है कि आखिर में अपना राज तो इसी ने बताया है। लोग इसे लड़का समझते थे और ये कुछ और ही निकला। 

वहीं, एक और पोस्ट में लिखा था कि तुम मेरा नाम जानते हो, पर मेरी कहानी नहीं जानते हो। तुम यह जानते हो कि मैंने क्या किया है, मगर यह नहीं जान सकते कि मैं क्या सोच रहा हूं।

27 अगस्त की दोपहर को झज्जर चुंगी स्थित विजय नगर की बाघ वाली गली में बबलू पहलवान के घर में घुसकर चार लोगों को ताबड़तोड़ गोलियां मारी थी। इसमें मौके पर प्रॉपर्टी डीलर बबलू पहलवान, उसकी पत्नी बबली और बबलू की सास रोशनी की मौत हो गई थी। गोली लगने से 19 वर्षीय तमन्ना घायल हो गई थी। उसने पीजीआई में इलाज के दौरान दो दिन बाद दम तोड़ दिया था।

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