आधुनिक कृषि पद्धति से खड़ा किया 60 लाख टर्न ओवर का व्यवसाय, दूसरे किसानों को भी दिखाई राह

 
आधुनिक कृषि पद्धति से खड़ा किया 60 लाख टर्न ओवर का व्यवसाय, दूसरे किसानों को भी दिखाई राह
WhatsApp Group Join Now

आधुनिकता के इस युग में हर कोई आधुनिक होता जा रहा है इसी को देखते हुए किसान भी खेती की आधुनिक पद्धतियों को अपना रहे हैं और अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं । ऐसी ही नई तकनीक से हिसार के स्लेमगढ़ निवासी किसान विकास जिन्होंने अपने नाम को सार्थक करते हुए कृषि में नए स्थापित किए हैं। किसान विकास ने कृषि की नई आधुनिक तकनीक और अपने आइडिया को मिलाकर मशरूम की खेती का व्यवसाय शुरू किया है।

एक चैनल से बातचीत करते हुए किसान ने बताया की वो 2016 से मशरूम की खेती का काम कर रहे हैं। इस दौरान उनके मन में विचार आया की क्यों न कुछ ऐसा किया जाए की जिससे और किसान भी कुछ लाभ कमा सके। उसके बाद उन्होंने मशरूम की खेती के लिए आवश्यक और सबसे कठिन कंपोस्ट बनाना शुरू किया और 10 किलो के बैग में भरकर बेचना शुरू किया। आज विकास सालाना 40 हजार बैग मशरूम ले लगा कर बेच रहे है, जो दूसरे किसान खरीदकर अपने कमरे में भी मशरूम प्लांट लगा कर मुनाफा कमा सकते हैं।

आज विकास के अनुसार उन्होंने 60लाख टर्न ओवर की कंपनी खड़ी कर ली है और कई लोगों को रोजगार भी दे रहे हैं । किसान विकास ने बताया की पहले किसान मशरूम की खेती सिर्फ कामपोस्ट ना मिलने की वजह से ही नही करते थे , जब उन्होंने ग्राउंड लेवल पर जा कर किसानों से बात करी तो पता लगा कि किसानों को कंपोस्ट तैयार करना समझ नहीं आ रहा है। जिसके चलते वो सही से मशरूम की फसल नहीं उगा पाते।

इसके बाद विकास ने बड़ा सोचकर सभी किसानों के लिए इस समस्या का हल निकाला और खुद कंपोस्ट तैयार करके उसमें बीज लगाकर और अन्य प्रक्रिया जैसे केसिंग करके 10 किलो का एक बैग किसानों को देना शुरू किया। इसके बाद किसानों को सिर्फ इसका सही रखरखाव कर मशरूम तोड़नी होती है और कोई मेहनत नहीं होती।

इससे किसानों की समस्या का समाधान भी हो गया और विकास के लिए दूसरा आय का स्त्रोत खड़ा हो गया। शुरुआत में तो किसानों को पता नहीं था, लेकिन उसके बाद अगले साल विकास के पास इतने आर्डर आए कि वह पूरा नहीं कर सके, क्योंकि इसके लिए सितंबर माह में ही तैयारी शुरू करनी पड़ती है।

इस तरह से तैयार बैग मिलने के बाद किसानों का रुझान मशरूम की खेती की तरफ बढ़ने लग गया और अब विकास के पास मशरूम फार्मिंग के लिए काफी ऑर्डर आते हैं। उन्होंने बताया कि अब उनके पास चंडीगढ़, पंजाब, दिल्ली, राजस्थान के बड़े-बड़े शहरों से लोग मशरूम बैग अपने घर के लिए लेने आते हैं और घर पर मशरूम तैयार करते हैं।

देश के अलग-अलग राज्यों से किसान विकास के साथ जुड़े हुए हैं और उससे मशरूम बैग लेकर मशरूम की खेती करते हैं। कोई भी किसान अगर मशरूम फार्मिंग करने के इच्छुक हैं तो विकास उन्हें फ्री ट्रेनिंग भी उपलब्ध करवाते हैं। इसके अलावा अगर देश भर में कोई किसान उनसे मशरूम बैग खरीदना चाहता है, तो विकास उन्हें ट्रांसपोर्ट के जरिए पूरे देश भर में भिजवाते हैं। हम उम्मीद करते हैं कि देश के बाकी किसान भी विकास से प्रेरणा लेंगे और इसी तरह खेती करके अच्छा मुनाफा कमाएंगे।