हरियाणा राजस्थान में इस बार शीतलहर का दिखेगा कहर, देखें कैसा रहेगा मौसम ?

 
हरियाणा राजस्थान में इस बार शीतलहर का दिखेगा कहर, देखें कैसा रहेगा मौसम ?
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राजस्थान तथा हरियाणा के कुछ जिलों में शीतलहर भी चलने की संभावना नजर आ रही है जिससे सुबह के समय कड़ाके की सर्दी देखी जाएगी। दिन के तापमान सामान्य के आसपास या सामान्य से कुछ नीचे रहेंगे।
पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, पश्चिमी उत्तर प्रदेश तथा राजस्थान सहित मध्य प्रदेश के कई जिलों में अगले 2 या 4 दिनों के दौरान तापमान और अधिक गिरेंगे।

पिछले कुछ दिनों से एक कमजोर पश्चिमी विक्षोभ तथा अरब सागर में बने हुए निम्न दबाव से पश्चिमी मध्य प्रदेश तक आने वाली निम्न दबाव की रेखा के प्रभाव से उत्तर भारत में दक्षिण पूर्व तथा पूर्व दिशा से नव हवाएं चल रही थी। आद्रता बढ़ने के कारण बादल भी छाए हुए थे जिससे उत्तर भारत के न्यूनतम तापमान में 3 से 4 डिग्री तक की वृद्धि देखी गई।

पिछले 24 घंटों के दौरान हवाओं की दिशा एक बार फिर बदल गई है तथा उत्तर पश्चिम दिशा से ठंडी और शुष्क हवाएं चलने लगी है। न्यूनतम तापमान में 2 से 3 डिग्री की गिरावट देखी गई है तथा कई जिलों में सुबह के तापमान एकल इकाई में आ गए हैं।

अगले लगभग 1 सप्ताह तक कोई भी बड़ा पश्चिमी विक्षोभ पश्चिमी हिमालय क्षेत्रों को प्रभावित नहीं करेगा। इस कारण उत्तर पश्चिम दिशा ठंडी हवाएं बिना अवरोध के चलती रहेंगी। पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, पश्चिमी उत्तर प्रदेश तथा राजस्थान सहित मध्य प्रदेश के कई जिलों में अगले 2 या 4 दिनों के दौरान तापमान और अधिक गिरेंगे।

राजस्थान तथा हरियाणा के कुछ जिलों में शीतलहर भी चलने की संभावना नजर आ रही है जिससे सुबह के समय कड़ाके की सर्दी देखी जाएगी। दिन के तापमान सामान्य के आसपास या सामान्य से कुछ नीचे रहेंगे। पश्चिमी विक्षोभ के अभाव के कारण उत्तर भारत में अगले कई दिनों तक बारिश की संभावना नहीं है।

साथ ही पहाड़ों पर बर्फबारी की संभावना भी कम है। बारिश ना होने के कारण वातावरण में नमी नहीं बढ़ेगी तथा घना कोहरा नहीं छाएगा इसलिए दिन के तापमान अभी फिलहाल अधिक नहीं गिरेंगे। दिन में धूप रहेगी तथा मौसम सुहावना बना रहेगा।
देश भर में बने मौसमी सिस्टम

पूर्व मध्य अरब सागर के ऊपर एक गहरा निम्न दबाव का क्षेत्र है और संबंधित चक्रवाती परिसंचरण औसत समुद्र स्तर के बारे में 5.8 किमी तक फैला हुआ है। एक ट्रफ रेखा पूर्वी मध्य अरब सागर के ऊपर कम दबाव वाले क्षेत्र से जुड़े चक्रवाती परिसंचरण से गुजरात होते हुए दक्षिणपूर्व राजस्थान तक फैली हुई है।

एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र दक्षिण आंतरिक कर्नाटक और आसपास के क्षेत्र में है, यह औसत समुद्र तल से 5.8 किमी तक फैला हुआ है।

पिछले 24 घंटों के दौरान देश भर में हुई मौसमी हलचल

उत्तर पश्चिमी भारत में न्यूनतम तापमान में 2-3 डिग्री की गिरावट आई है। पिछले 24 घंटों के दौरान, तमिलनाडु, उत्तरी आंतरिक कर्नाटक, गोवा, केरल और तटीय कर्नाटक में हल्की से मध्यम बारिश के साथ एक दो स्थानों पर भारी बारिश हुई।

उत्तरी तमिलनाडु, लक्षद्वीप, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, तटीय आंध्र प्रदेश, रायलसीमा और दक्षिण मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हुई। पूर्वी राजस्थान, मध्य प्रदेश के शेष हिस्सों, मध्य और पूर्वी उत्तर प्रदेश, झारखंड के कुछ हिस्सों, कोंकण और गोवा, विदर्भ, मराठवाड़ा, मध्य महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश हुई।

अगले 24 घंटों के दौरान मौसम की संभावित गतिविधि

अगले 24 घंटों के दौरान, आंध्र प्रदेश, रायलसीमा और कर्नाटक में हल्की से मध्यम बारिश के साथ एक या दो स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है। तमिलनाडु, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, लक्षद्वीप, केरल के कुछ हिस्सों, गोवा, मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा, तेलंगाना और छत्तीसगढ़ में हल्की बारिश के साथ कुछ स्थानों पर मध्यम बारिश हो सकती है।

विदर्भ, दक्षिण मध्य प्रदेश, ओडिशा, अरुणाचल प्रदेश और नागालैंड में छिटपुट हल्की बारिश हो सकती है।

साभार: skymetweather.com