हरियाणा में हड़ताल, जाम और आमरण अनशन: यह है कारण!

 
हरियाणा में हड़ताल, जाम और आमरण अनशन: यह है कारण!
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हरियाणा में ई-ट्रेडिंग प्रणाली के विरोध, मार्कीट फीस कम करने और एचआरडीएफ वापस लेने की मांग को लेकर शुक्रवार को प्रदेश में आढ़तियों की हड़ताल पांचवें दिन में प्रवेश कर गई। उधर, खरीद न होने के चलते किसानों ने शाहबाद में जीटी रोड जाम कर दिया। इसके अलावा राज्यभर में अलग-अलग शहरों में आढ़तियों और किसानों ने प्रदर्शन किया।

वहीं आज करनाल की नई अनाज मंडी में दोपहर को प्रदेशभर की आढ़ती एसोसिएशन के 7 सदस्य आमरण अनशन पर बैठ गए। आढ़तियों ने कहा कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होती, वह आमरण अनशन से नहीं उठेंगे। अब दिन रात वह धरना स्थल पर ही बैठे रहेंगे। दूसरी ओर, अब किसानों की भी आढ़तियों के खिलाफ मोर्चा खोलने की तैयारी है।

.पिछले 5 दिन से किसानों की धान की खरीद नहीं हो रही है। 5 दिन से मंडी में उनकी धान आई हुई है। ऊपर से 4 दिन से हो रही बारिश ने भी किसानों की चिंता बढ़ा दी है।

इधर, धान खरीद शुरू किए जाने की मांग को लेकर किसानों ने शाहाबाद में जीटी रोड जाम कर दिया है। अंबाला और दिल्ली की ओर जाने वाले ट्रैफिक को पूरी तरह से रोक दिया गया है। जीटी रोड पर दोनों ओर वाहनों की लंबी-लंबी कतारें लगी हुई है। किसानों ने हाईवे पर लगे सरकार फ्लेक्स भी उखाड़ दिए हैं।

उल्लेखनीय है कि प्रदेशभर में तमाम मंडियों में ख्फसल खरीद नहीं हो रही है। प्रदेशभर में करीब 196 अनाजमंडियां हैं और सौ से अधिक खरीद केंद्र हैं। पिछले पांच दिन से आढ़ती हड़ताल पर हैं। उधर, शाहबाद में किसान ऊधम सिंह स्मारक पर एकत्रित हुए। यहां से रोष मार्च निकालते हुए किसान हाईवे पर पहुंचे और जाम लगा दिया। किसानों को रोकने के लिए पुलिस में बैरिकेड भी लगाए थे। किसानों के आंदोलन को देख भारी संख्या में पुलिस बल भी तैनात किया गया है हालांकि अभी पुलिस किसानों पर कार्रवाई नहीं कर रही है, लेकिन जाम लंबा चला तो कार्रवाई भी की जा सकती हैं।

किसानों ने मंगलवार को शाहबाद में अहम बैठक की थी जिसमें गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने एलान किया था कि 22 सितंबर की रात तक धान खरीद शुरू नहीं हुई तो 23 सितंबर को किसान जीटी रोड जाम करेंगे। इसी एलान के चलते शुक्रवार को आसपास के हजारों किसान शाहबाद पहुंचे और नारेबाजी की

। दो घंटे बाद किसान बारिश के बीच ही जीटी रोड पर पहुंच गए और जाम लगा दिया। जाम लगने से दोनों और बड़ी संख्या में वाहन फंस गए जिस कारण राहगीरों को भारी परेशानी झेलनी पड़ रही है। किसानों की मांग है कि धान की खरीद शुरू की जाए क्योंकि खरीद न होने से किसानों को भारी नुकसान हो रहा है। एक और धान की खरीद नहीं हो रही है तो वहीं बारिश की मार भी किसानों पर पड़ रही है।

खेतों से लेकर अनाज मंडी में भी किसानों की धान खराब हो रही है। धान खरीद को लेकर वे पिछले कई दिनों से मांग कर रहे हैं लेकिन सरकार कोई गंभीरता नहीं दिखा रही। उधर, किसान नेता गुरनाम चढ़ूनी ने एलान किया है कि जब तक धान की खरीद शुरू नहीं होगी, तब तक हाईवे से जाम नहीं खोला जाएगा। वे हर स्थिति का सामना करने के लिए तैयार हैं। उन्होंने किसानों से आह्वान किया है कि ज्यादा से ज्यादा संख्या में गांव से किसान नेशनल हाईवे पर पहुंचे।