इस पेड़ की खेती से होगी लाखों रुपए की कमाई! जानिए इस फसल के बारे में जानकारी
चिनार के पेड़ों की खेती भारत में ही नहीं बल्कि दुनिया के कई देशों में की जाती है। वैसे तो देश में कई ऐसी फसलें हैं, जिनसे किसान लाखों रुपए कमा सकते हैं, लेकिन चिनार की खेती का चलन तेजी से बढ़ रहा है, इसकी मांग देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी है। चिनार के पेड़ की लकड़ी बाजार में ऊंचे दामों पर बिकती है, वहीं चिनार का पौधा भी ज्यादा महंगा नहीं होता, लेकिन जब बिकने का समय आता है तो इसकी कीमत काफी ज्यादा हो जाती है।
मुजफ्फरनगर के एक किसान का कहना है कि चिनार के पेड़ों की लकड़ी की कीमत 1600 प्रति क्विंटल है। चिनार की सबसे अच्छी संकर किस्म 109, 110, 111, 112 है, अगर इसकी सही तरीके से देखभाल की जाए तो यह 4 साल में पक जाती है। एक पेड़ से दूसरे पेड़ के बीच की दूरी 12 फीट होनी चाहिए: सुमित त्यागी
मुजफ्फरनगर जिले के चांदपुर कलां गांव निवासी राजेंद्र त्यागी के बेटे सुमित त्यागी ने खेत में पोपलर की खेती के बारे में बताया कि खेत में एक पेड़ से दूसरे पेड़ के बीच की दूरी 12 फीट और कतार में लगे पेड़ों के बीच की दूरी 12 फीट होनी चाहिए। इन पेड़ों के बीच खाली जगह में एक बार गेहूं की खेती की जा सकती है, जिससे प्रति बीघा 3-4 क्विंटल गेहूं की पैदावार हो सकती है।
सुमित त्यागी के पिता राजेंद्र त्यागी ने बताया कि दिलचस्प बात यह है कि पोपलर के पेड़ से गिरने वाले पत्ते खेत में खाद का काम करते हैं, गेहूं की फसल में अलग से कोई खाद डालने की जरूरत नहीं होती।
पोपलर की खेती कमाई का बढ़िया विकल्प: आशु त्यागी
मुजफ्फरनगर जिले के सोहजनी तंगान गांव निवासी आशु त्यागी ने करीब 41 बीघा खेत में पोपलर के पेड़ लगाए हैं। उनके खेत में एक पेड़ से दूसरे पेड़ के बीच की दूरी 12 फीट और कतार में लगे पेड़ों के बीच की दूरी भी 12 फीट है। इन पेड़ों के बीच खाली जगह में आशु त्यागी पहले दो साल गन्ना और अगले 2-3 साल पशुओं के लिए गेहूं, सरसों और चेरी की खेती करते हैं। आशु त्यागी ने बताया कि पोपलर की खेती करने वाले टिपटॉप रहते हुए भी लाखों कमा सकते हैं, गन्ने के मुकाबले पोपलर की खेती बिना मजदूरी या मेहनत के बढ़िया कमाई का विकल्प है।
पोपलर की वजह से उनके खेतों की पैदावार बढ़ रही है: अनुज राठी
अनुज राठी ने बताया कि पोपलर की वजह से उनके खेतों की पैदावार बढ़ रही है, अनुज के पिता पिछले 20 सालों से पोपलर की खेती कर रहे हैं, उन्हीं को देखकर अनुज ने भी पोपलर की खेती शुरू कर दी। इस गांव के करीब 40-50 फीसदी किसान सिर्फ पोपलर की खेती करते हैं।
क्या है तरीका
अनुज ने बताया कि पोपलर की खेती में पेड़ों की लाइनों के बीच की दूरी 20 फीट होती है, और एक लाइन में पेड़ों के बीच की दूरी 6 फीट तक होती है, एक बीघा जमीन में 60-70 पोपलर के पेड़ लगाए जा सकते हैं, एक पेड़ 3-4 साल में तैयार होता है।
एक पौधे की कीमत कितनी होती है?
खेत में लगाए जाने वाले पोपलर के पौधे की कीमत 35 से 40 रुपए होती है। वहीं, अगर किसान पौधे तैयार करने वाली कंपनी से एडवांस बुकिंग करवाता है तो एक पौधे की कीमत करीब 30 रुपए या उससे भी कम हो सकती है।