हरियाणा के इन 6 जिलों में हुई औसत से 150 प्रतिशत अधिक बरसात, देखिए इन जिलों की लिस्ट!

 
हरियाणा के इन 6 जिलों में हुई औसत से 150 प्रतिशत अधिक बरसात, देखिए इन जिलों की लिस्ट!
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हरियाणा में शनिवार को भी मौसम खराब है। लगभग सभी जिलों में आसमान पर बादल छाए हैं। कई जिलों में बूंदाबांदी का दौर भी जारी है। हरियाणा में पिछले दो दिन में ही औसत से अस्सी प्रतिशत अधिक बरसात दर्ज की गई है।

प्रदेश के करनाल, पंचकूला, यमुनानगर, सिरसा, झज्जर, फतेहाबाद में औसत से 138 प्रतिशत अधिक बरसात दर्ज की गई है। बरसात के बाद सबसे अधिक परेशानी किसानों को रही है। सबसे अधिक नरमा, सब्जियों और बाजरे की फसल को नुक्सान हो रहा है।

वहीं फरीदाबाद के तावडू में भारी बरसात के कारण गिरी दीवार गिर गई। इस हादसे में मलबे में कई बच्चे और उनके परिजन दब गए। आसपास के लोगों ने मलबे से लोगों को निकाला। दीवार के मलबे में दबकर 5 लोग घायल हो गए। वहीं हिसार के नागरिक अस्पताल में जलभराव हो गया।

वहीं करनाल के घरौंडा में बरसात के कारण ओवरफ्लो हुई बस्सी अकबरपुर ड्रेन टूटने फसल जलमग्र हो गई। भारी बरसात के कारण गुरुग्राम पहले ही पानी-पानी है तो अब हरियाणा के चरखी दादरी में भी बरसात के चलते पानी घरों और दुकानों में घुस गया है।

मौसम विभाग के अनुसार अगले दो दिन तक हलकी से मध्यम बारिश की संभावना बनी रहेगी। 25 सितंबर को राज्य पर खाड़ी से आया कम दबाव का क्षेत्र पहुंच जाएगा।

जिसके कारण राज्य के पंचकूला, अंबाला, यमुनानगर, करनाल, कैथल, कुरुक्षेत्र, जींद, पानीपत, सोनीपत, रोहतक, झज्जर, गुडग़ांव, रेवाड़ी, पलवल, मेवात, फरीदाबाद और दिल्ली में कई जगह मध्यम से भारी बारिश होगी। कुछ जगह अति भारी बारिश भी देखने को मिलेगी।

इस दौरान एक दो जगह भारी से अति भारी बारिश भी हो सकती है। सिरसा, फतेहाबाद, हिसार, भिवानी, दादरी और महेंद्रगढ़ जिले में बिखरी हुई हल्की से मध्यम बारिश की गतिविधियां होंगी कुछ जगह भारी बारिश भी हो सकती है।

वहीं हिसार के बरवाला,उकलाना,आदमपुर और हांसी के आस-पास बारिश हुई है। बारिश के चलते शहर में कई स्थानों पर जल भराव भी देख गया। नागरिक अस्पताल में पानी जमा होने से अस्पताल मे आने जाने वालों को परेशानी झेलनी पड़ी। मौसम विभाग की माने तो बंगाल की तरफ से नमी वाली हवाओं तथा पंजाब के ऊपर एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन बनने से राज्य में 25 सितम्बर तक ऐसा ही मौसम बने रहने की संभावना है।

॥्र के मौसम विभागाध्यक्ष डॉ.मदन लाल ने बताया कि पंजाब के ऊपर एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन बनने से बंगाल की खाड़ी से नमी वाली मानसूनी हवाओं के आने के प्रभाव से हरियाणा में पिछले तीन दिनों में ज्यादातर क्षेत्रों में हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई। दक्षिण पश्चिम मानसून के 30 जून के प्रवेश से लेकर 23 सितम्बर के दौरान हरियाणा राज्य में 381.7 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है जो सामान्य बारिश 10 प्रतिशत कम दर्ज हुई है।

मौसम विभाग ने भी सुबह ही सूचना दी थी कि अगले तीन घंटे (12 बजे तक) में कुरुक्षेत्र और कैथल में तेज बारिश के आसार हैं। इसके अलावा प्रदेश के अन्य 20 जिलों में कहीं हल्की तो कहीं मध्यम बारिश संभव है। आईएमडी का यह अलर्ट सिर्फ दो से तीन घंटे के लिए है और इसे आगे भी बढ़ाया जा सकता है। पूरे हरियाणा में शुक्रवार से ही अच्छी बारिश हो रही है। मानसून अब लौटने को है और ऐसे में बारिश का जो दौर चल रहा है, उससे फसलों पर बुरा प्रभाव दिखने लगा है।

बारिश से फसल खराब

खेतों में खड़ी बाजरा, धान और कपास की फसल बारिश से खराब हो रही है। वहीं अनाज मंडियों में आई धान भी पानी से भीग रही है। मौसम विभाग की ओर से पहले ही बताया जा चुका है कि शनिवार को हरियाणा भर में बारिश का दौर जारी रहेगा।

कुछ स्थानों पर तेज बारिश भी संभव है। ऐसे में किसानों की चिंता और ज्यादा बढ़ गई। वहीं, वैदर नॉर्थ इंडिया की रिपोर्ट पर गौर करें तो 24 सितंबर को हरियाणा में लगभग सभी जगह हल्की से मध्यम बरसात होगी। कई जगह भारी बारिश भी संभव है। हालांकि 26 सितंबर से मौसम साफ होने लगेगा। 27 सितंबर से 30 सितंबर के बीच हरियाणा से मानसून विदाई लेगा।